सुराड़ा मुहल्ला की साहमदार पहाड़ी पर मनजीत सिंह जसरोटिया ने पिछले छः वर्षों में लगभग दो सौ पचास पोधे लगाए हैं ।मनजीत जसरोटिया स्टेट बैंक आफ ईंडिया से बैंक मैनेजर सेवानिवृत्त हैं।मनजीत जसरोटिया हर वर्ष जंगल में पोधे रोपते हैं।विशेष बात यह है कि वह स्वयं ही पोधों को जगह-जगह से एकत्रित करते हैं, अपने पैसों से मजदूरी देकर गढ्ढे करवा कर पोधे लगवाते हैं,कई बार पोधे लगाने के लिए मुहल्ला के लोगों को साथ लेकर भी कार्य करते हैं।दो हजार वाइस की भारी बरसात में इस पाहाड़ी पर भूस्खलन होने से लोगों के घरों में मलबा चला गया था,सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी,इस पाहाड़ी में भूस्खलन होने से पूरे शहर को खतरा रहता है।जलशक्ति विभाग के विश्राम गृह में भी मलबा घुस गया था।
जंगलात विभाग को डेढ साल से बार बार लिख कर दिया गया कि चैक-डैम बनाए जाएं,काँटेदार तार चारों तरफ लगाई जाए ताकि पशु बढ़ रहे पोधों को न काट सकें,लेकिन बार बार यही कहा जाता है शिमला कागजात भेज दिए हैं जब पैसे की स्वीकृति आएगी तो कार्य होगा।सदर विधायक भी तीन बार अधिकारियों को आदेश दे चुके हैं।मनजीत जसरोटिया ने सुरिन्द्र सिंह व समाजसेवी भूपिन्द्र जसरोटिया,सेवानिवृत्त जंगलात अधिकारी शाह चंद ठाकुर व मनिन्द्र चाढ़क को भी अपने साथ जोड़ लिया है। बड़े हो रहे देवदार व अन्य पेड़ तस्वीर में स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं।विभाग की सहायता न मिलने पर पर्यावरण प्रेमियों में रोष व्याप्त है।