उपायुक्त अपूर्व देवगन ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्य में युवा स्वयं सेवकों की भूमिका अहम है। यह बात आज उन्होंने बचत भवन में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चंबा के तत्वाधान में क्षमता विकास कार्यक्रम के तहत आपदा तैयारी और प्रतिक्रिया पहल को लेकर तीन दिवसीय कार्यशाला के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान युवा प्रथम प्रतिक्रिया के लिए तैयार रहें । इसी के मध्य नजर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया है। कार्यशाला में युवाओं को बेसिक लाइफ सेविंग स्किल के बारे में प्रशिक्षित किया गया है ताकि राहत एवं बचाव कार्यों को और सुगम बनाया जा सके। उन्होंने युवाओं को यह भी कहा कि किसी भी आपदा के मामले में सबसे पहले जिला स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम में आपदा की जानकारी दें ताकि राहत व बचाव दल को समय पर भेजा जा सके।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में गृह रक्षक, अग्निशमन स्वास्थ्य, डीडीएमए विभाग द्वारा आपदा प्रबंधन पर बुनियादी अवधारणा,खोज और बचाव उपकरणों का परिचय,स्वयंसेवकों की भूमिका और पूर्व चेतावनी प्रणाली,आपदा के दौरान आपातकालीन परिवहन विधि,स्थानीय संसाधनों से स्ट्रेचर बनाने के तरीके,विभिन्न प्रकार की भूमिकाएँ और तरकीबें, क्लिफ़ से बचाव,आपदा के दौरान अस्थायी आश्रय स्थल तैयार करने, हड्डी टूटने, रक्तस्राव और दिल का दौरा पड़ने, सांप के काटने पर जलने से बचाने के प्राथमिक उपचार के,वन एवं घरेलू तथा अग्निशामक यंत्रों पर अग्निशमन लेआउट की भी जानकारी प्रदान की गई । इस दौरान उपायुक्त ने नगर परिषद चंबा के तहत 45 युवा स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण के प्रमाण पत्र भी वितरित किए। इस दौरान जिला राजस्व अधिकारी जगदीश , तहसीलदार चंबा संदीप कुमार व जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से जिला समन्वयक आशीष सेमवाल मौजूद रहे।