उपायुक्त मुकेश रेपसवाल की अध्यक्षता में कैच द रेन अभियान के अंतर्गत आज राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के वीडियो कॉन्फ्रेंस कक्ष में एक बैठक का आयोजन किया गया । उन्होंने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को इस वर्ष के नारी शक्ति से जल शक्ति थीम विषय के अनुरूप जल संरक्षण से संबंधित जागरूकता कार्यों में महिलाओं का सहयोग लेने को कहा। उपायुक्त ने अभियान के तहत किया जा रहे विभिन्न कार्यों की समीक्षा करते हुए वर्षा जल पर आधारित जल संग्रहण कार्यों के लिए जल शक्ति एवं उद्यान विभाग के अधिकारियों को महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत अभिसरण (कन्वर्जेन्स) के लिए 2 अक्टूबर को आयोजित होने वाली ग्राम सभा में अनुमोदन के लिए सेल्फ तैयार करने को कहा ।
उन्होंने उद्यान विभाग के अधिकारियों को जारी वित्त वर्ष के दौरान निर्मित किए जाने वाले जल भंडारण टैंकों की सूची को जल शक्ति विभाग के साथ साझा करने को निर्देशित किया ।उपायुक्त ने ज़िला विकास अधिकारी को वन सरोवर के निर्माण को लेकर भी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए । जिला विकास अधिकारी ने बैठक में अगवत किया कि ज़िला अनुमोदित 3811 जल संरक्षण कार्यो में से 3254 कार्य प्रगति पर हैं । अधीक्षण अभियंता जल शक्ति ने बैठक में बताया कि ज़िला में सभी 2292 प्राकृतिक जल स्रोतों की जियो टैगिंग प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है । साथ में उन्होंने जल रिचार्ज संरचनाओं के तहत किया जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि 178 कार्यों के तहत 40 को पूर्ण कर लिया गया है।
बैठक में भू संरक्षण अधिकारी ने बताया कि ज़िला में वर्षा जल आधारित में दो परियोजनाओं का कार्य जारी है। बैठक में कार्यवाही का संचालन अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी अमित मैहरा ने किया। अधीक्षण अभियंता जल शक्ति राजेश मोगरा, उप निदेशक उद्यान डॉ प्रमोद शाह,जिला विकास अधिकारी ओम प्रकाश ठाकुर,अधिशासी अभियंता जल शक्ति राकेश ठाकुर, प्रकाश चंद, भू संरक्षण अधिकारी विकास कुमार, चंद्रशेखर बैठक में उपस्थित रहे ।