आज जिला बाल संरक्षण इकाई चम्बा द्वारा स्ट्रीट सिचुएशन में रह रहे बच्चों की पहचान व उनके पुनर्वास के लिए अभियान चलाया। अभियान में जिला बाल संरक्षण इकाई से सामाजिक कार्यकर्ता निशांत कालिया और आउटरीच वर्कर रमन कुमार ने चंबा के विकासखंड तीसा में जाकर स्ट्रीट सिचुएशन में रह रहे बच्चों से संबंधित और छोटी उम्र में सामान बेचने और गलियों में काबाड़ इत्यादि इकट्ठा करने वाले बच्चों के आंकड़े इकट्ठे किए और यह जानने का प्रयास किया कि कहीं कोई बच्चा बिना मां-बाप के झुग्गी-झोंपड़ी में तो नहीं रह रहा और यहां रहकर अपने जीवन यापन के लिए मजदूरी या गलियों में समान इत्यादि बेचने का काम कर रहा है तथा पढ़ाई छोड़ चुका है।
स्थानीय लोगों से ऐसे बच्चों के बारे में जानकारी देने का अनुरोध किया ताकि ऐसे बच्चों को सरकारी सहायता उपलब्ध करवा कर उनके पुनर्वास के लिए प्रयास किया जा सके। इसके साथ उन्हें बाल-विवाह, वाल-मजदूरी, दत्तक ग्रहण, बच्चों के अधिकारों, शिक्षा का अधिकार,चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 गुड़िया हेल्पलाइन 1515 के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी व नशे के कुप्रभाव बच्चों को दूर रहने वारे जागरूक किया और पोक्सो एक्ट तथा गुड टच बाद टच के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अभियान में ग्राम पंचायत गड़फरी व पंचायत सदस्यों ने भी जिला बाल संरक्षण इकाई का भरपूर सहयोग किया ।