चम्बा , 15 अक्तूबर : उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के सशक्तिकरण को लेकर सभी खंड विकास अधिकारी विशेष अभियान शुरू करें।
उपायुक्त आज ज़िला में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रहीं विभिन्न योजनाओं की समीक्षा को लेकर खंड विकास अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे । मुकेश रेपसवाल ने राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत किए जा रहे विभिन्न कार्यों की समीक्षा करते हुए सभी खंड विकास अधिकारियों को स्वयं सहायता समूहों के सशक्तिकरण को लेकर क्रेडिट लिंकेज की सुविधा को बढ़ाने, स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पादों की पैकेजिंग एवं बिक्री केंद्रों की संख्या को बढ़ाने के लिए अगले दो माह के दौरान विशेष अभियान शुरू करने के निर्देश दिए । साथ में उन्होंने यह भी कहा कि विशेष अभियान के तहत सभी स्वयं सहायता समूहों, विलेज ऑर्गेनाइजेशन, क्लस्टर लेवल फेडरेशन ,लखपति दीदीयों तथा लीड बैंक के माध्यम से क्रियान्वित जन सुरक्षा अभियान के लाभार्थियों को शामिल किया जाए। उन्होंने खंड विकास अधिकारी भरमौर, तीसा, चंबा, सलूणी, मैहला को किसी उपयुक्त स्थल पर इनडोर बैडमिंटन हॉल बनाने को भी कहा ।
उपायुक्त ने खंड विकास अधिकारी भरमौर को भरमाणी नाले के तहत ऊपरी क्षेत्रों में जल संचयन से संबंधित कार्यों के प्रस्ताव तैयार करने को निर्देशित किया । साथ में उन्होंने सभी खंड विकास अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए की ज़िला योजना मद तथा आपदा प्रबंधन के तहत संपूर्ण कार्यों के उपयोगिता प्रमाण पत्र जल्द प्रस्तुत किए जाएं। इसके साथ लंबित कार्यों की धन राशि को वापिस किया जाए । मुकेश रेपसवाल ने जल संचयन से संबंधित कार्यों में प्राथमिकता रखने के निर्देश देते हुए नई योजना ‘जल संचय- जन भागीदारी’ के अंतर्गत वर्षा जल आधारित संरचनाओं का निर्माण आरंभ करने को कहा । उन्होंने प्रत्येक विकासखंड में कम से कम तीन प्राकृतिक जल स्रोतों (पनिहारों) का जीर्णोद्धार (केवल पानी को बढ़ाने से संबंधित कार्य) करने के भी निर्देश दिए ।
उपायुक्त ने खंड विकास अधिकारी भरमौर तथा मैहला को उनके संबंधित क्षेत्रों में विद्युत परियोजना प्रभावित परिवारों की सूची भी तैयार करने को कहा । उपायुक्त ने बैठक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, ओडीएफ प्लस, स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग, ठोस कचरा प्रबंधन से संबंधित विभिन्न विषयों पर भी समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिए। इस अवसर पर अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी अमित मैहरा, ज़िला विकास अधिकारी ओमप्रकाश ठाकुर, ज़िला कार्यक्रम अधिकारी योजना जीवन कुमार,ज़िला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास राकेश कुमार, अर्थशास्त्री जिला विकास विनोद कुमार, खंड विकास अधिकारी महेश ठाकुर, मनीष कुमार, रमनवीर सिंह, अनिल गुराड़ा, कंवर सिंह, सहायक अभियंता खंड विकास उपेंद्र कुमार, मनोज शर्मा तथा जितेंद्र नैय्यर उपस्थित रहे ।
उपायुक्त ने खंड विकास अधिकारी भरमौर को भरमाणी नाले के तहत ऊपरी क्षेत्रों में जल संचयन से संबंधित कार्यों के प्रस्ताव तैयार करने को निर्देशित किया । साथ में उन्होंने सभी खंड विकास अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए की ज़िला योजना मद तथा आपदा प्रबंधन के तहत संपूर्ण कार्यों के उपयोगिता प्रमाण पत्र जल्द प्रस्तुत किए जाएं। इसके साथ लंबित कार्यों की धन राशि को वापिस किया जाए । मुकेश रेपसवाल ने जल संचयन से संबंधित कार्यों में प्राथमिकता रखने के निर्देश देते हुए नई योजना ‘जल संचय- जन भागीदारी’ के अंतर्गत वर्षा जल आधारित संरचनाओं का निर्माण आरंभ करने को कहा । उन्होंने प्रत्येक विकासखंड में कम से कम तीन प्राकृतिक जल स्रोतों (पनिहारों) का जीर्णोद्धार (केवल पानी को बढ़ाने से संबंधित कार्य) करने के भी निर्देश दिए ।
उपायुक्त ने खंड विकास अधिकारी भरमौर तथा मैहला को उनके संबंधित क्षेत्रों में विद्युत परियोजना प्रभावित परिवारों की सूची भी तैयार करने को कहा । उपायुक्त ने बैठक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, ओडीएफ प्लस, स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग, ठोस कचरा प्रबंधन से संबंधित विभिन्न विषयों पर भी समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिए। इस अवसर पर अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी अमित मैहरा, ज़िला विकास अधिकारी ओमप्रकाश ठाकुर, ज़िला कार्यक्रम अधिकारी योजना जीवन कुमार,ज़िला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास राकेश कुमार, अर्थशास्त्री जिला विकास विनोद कुमार, खंड विकास अधिकारी महेश ठाकुर, मनीष कुमार, रमनवीर सिंह, अनिल गुराड़ा, कंवर सिंह, सहायक अभियंता खंड विकास उपेंद्र कुमार, मनोज शर्मा तथा जितेंद्र नैय्यर उपस्थित रहे ।