सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जनरल राकेश कपूर (वीएसएम), एडीसी निवेदिता नेगी, युद्ध सेवा मेडल ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर, ब्रिगेडियर नवीन कुमार गोयल व नगर निगम मेयर विरेंद्र भट्ट, डिप्टी मेयर माधुरी कपूर, सेवानिवृत्त सैनिकों तथा जिला वासियों ने शहीद स्मारक पर वीर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर शहीद स्मारक में 1971 भारत-पाक युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीदों की याद में दो मिनट का मौन रखा गया और वीर नारी चिंता देवी पत्नी शहीद कृष्ण चंद डोगरा रेजिमेंट, कृष्णा देवी पत्नी शहीद नरोतम राम और सेवानिवृत्त आनरेरी कैप्टन चांद राम को सम्मानित किया गया। इस युद्ध में देश के 3843 वीर योद्धाओं ने अपने प्राणों की आहुति दी थी तथा 9851 सैनिक घायल हुए थे। युद्ध में प्रदेश के 190 सैनिकों ने शहादत का जाम पिया था। जिसमें मंडी जिला के 21 जवानों ने मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए थे।
एडीसी मंडी निवेदिता नेगी ने सेना का धन्यवाद करते हुए कहा कि हम घर पर चैन से तभी सो पाते हैं जब बोर्डर पर कठिन परिस्थितियों में भी सेना हमारी रक्षा के लिए दिन रात खड़ी है। समूचा राष्ट्र आजीवन उन परिवारों का सदा ऋणी रहेगा जिन्होंने वतन के लिए अपने सपूतों को कुर्बान कर दिया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन सैन्य परिवारों की हर संभव मदद करने को हमेशा तैयार है। सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जनरल (वीएसएम) राकेश कपूर ने बताया कि 16 दिसंबर 1971 को पूर्वी पाकिस्तान को आजाद करवाया दिया गया था। जो आज बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है।
भारतीय सेना की पूर्वी कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के सामने पाकिस्तान को लेफ्टिनेंट जनरल एके नियाजी को हथियार डालने पर मजबूर कर दिया था। सेवानिवृत ब्रिगेडियर (वाईएसएम) खुशाल ठाकुर ने विजय दिवस की बधाई देते हुए बताया कि 13 दिन के इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिये थे। समारोह में जिला कल्याण विभाग के उप निदेशक कर्नल गोपाल गुलेरिया, भर्ती निदेशक कर्नल डीएस सामंत, जिला भूतपूर्व सैनिक लीग के अध्यक्ष कश्मीर सिंह, महासचिव हेत राम शर्मा, कर्नल केके मल्होत्रा, डिफेंस वुमेन वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष आशा ठाकुर व कार्यकारिणी सदस्य और पूर्व सैनिक उपस्थित रहे।