उन्होंने कहा कि साइबर स्वच्छता, फिशिंग, हैकिंग, विशिंग, स्मिशिंग, मालवेयर से स्वयं के कंप्यूटर उपकरणों एवं व्यक्तिगत खातों सेफ एंड सिक्योर करने से किसी भी साइबर अपराध और फ्राउड से बचा जा सकता है उन्होंने बताया कि साइबर स्वच्छता की प्रक्रिया के तहत आमजन एवं अधिकारियों व कर्मचारी को उनके कंप्यूटर व अन्य उपकरणों एवं उसमें रखी गई व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा बनाए रखने में मदद करती है। कार्यक्रम में सहायक उपायुक्त पीपी सिंह ने ऑनलाइन बैंकिंग के लिए मजबूत पासवर्ड, दो चरणीय प्रमाणिकता, मजबूत स्क्रीन लॉक और बायोमैट्रिक, विश्वसनीय स्रोतों से मोबाइल एप्स डाउनलोड, सुरक्षित इंटरनेट कनेक्शन का उपयोग करने, संदिग्ध ई-मेल और लिंक से बचने, सॉफ्टवेयर और एप्स को नियमित रूप से अपडेट करने से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर जिला योजना अधिकारी जीवन कुमार , तहसीलदार दीक्षित राणा सहित उपायुक्त कार्यालय के विभिन्न अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।