उपायुक्त कार्यालय के सम्मेलन कक्ष में आज कौशल विकास निगम की जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने की। इस दौरान उन्होंने संबंधित विभाग के सभी अधिकारियों को कौशल विकास को लेकर विशेष कार्य योजना तैयार करने तथा आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि चूँकि चंबा एक आकांक्षी जिला है कौशल विकास योजना आकांक्षी जिले का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसके माध्यम से युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध बनाए जाते हैं। इसलिए इस कौशल विकास योजना के संदर्भ में विशेष कार्य करने की जरूरत है।
उपायुक्त ने कहा कि जिला कौशल विकास को विशेष गति प्रदान करने की जरूरत है जो सभी संबंधित विभाग के प्रयासों से ही संभव हो पाएगा। उन्होंने कहा कि जिला में कौशल विकास भत्ता योजना-2013 के तहत जिला में 26 निजी संस्थान पंजीकृत है जो जिला स्तरीय कमेटी से अधिकृत है। उन्होंने कहां कि जिला में उपमंडल स्तर पर 2024 में कौशल विकास भत्ता योजना के तहत 7 नये संस्थानों को पंजीकृत करने की मान्यता प्रदान की गई है ।उपायुक्त ने जिला में युवाओं के लिये कौशल विकास के दृष्टिगत खोले गए सभी निजी संस्थानों में स्थापित की गई मशीनों या उपकरणों पर दो या तीन लाभार्थी एक साथ ना बैठाएं। जबकि सिर्फ एक समय में एक ही लाभार्थी को प्रशिक्षण देना सुनिश्चित बनाया जाये।
उन्होंने सभी विभागीय अधिकारी को यह दिशा निर्देश दिए कि कौशल विकास भत्ता योजना के तहत जिला स्तरीय समिति से अधिकृत संस्थाओं की निगरानी और समय समय पर निरीक्षण करने को कहा। बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मैहरा, एसडीएम भटियात पारस अग्रवाल, उपनिदेशक उद्यान विभाग प्रमोद शाह, जिला रोजगार अधिकारी अरविंद सिंह चौहान,जिला समन्वयक दीपक शर्मा व तनु सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।