सोमवार को नई दिल्ली में एक निजी चैनल के कार्यक्रम में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल में व्यवस्था परिवर्तन की भावना से कार्य करते हुए प्रदेश की आर्थिक स्थिति में सुधार तथा तीव्र विकास पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रही है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार का आगामी बजट भी इन्हीं बिंदुओं पर केंद्रित होगा और इसमें राज्य सरकार की ओर से हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर व देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में उठाए जाने वाले कदमों की भी झलक देखने को मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल में बर्फीली पहाडियां, हरे-भरे मैदान, यहां के जलाशय तथा सघन वन क्षेत्र पर्यटन क्षेत्र को विविधता प्रदान करते हैं। यह प्रत्येक आयु वर्ग के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में ढांचागत विकास को प्राथमिकता प्रदान की जा रही है तथा कांगड़ा हवाई अड्डे का विस्तार करने के साथ ही प्रत्येक जिला मुख्यालय को हेलीपोर्ट से जोड़कर हवाई सेवाओं को और सुदृढ़ किया जा रहा है। इससे पर्यटकों को आवागमन की तीव्र व सुगम सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार सभी क्षेत्रों व सभी वर्गों के सर्वांगीण विकास के लिए दृढ़संकल्प है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी चुनावी गारंटी को पूरा करते हुए सरकारी कर्मचारियों के लिए ओपीएस बहाल किया गया है। इससे लगभग 1.36 लाख कर्मचारियों का सेवानिवृति के बाद सम्मानजनक जीवनयापन सुनिश्चित हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार प्रदेश में सभी मौसमों के अनुकूल पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी कदम उठा रही है। सुक्खू ने कहा कि गत वर्ष आपदा के दौरान चंद्रताल की बर्फीली चोटियों सहित अन्य क्षेत्रों में फंसे हजारों पर्यटकों को सुरक्षित निकाला गया, जोकि पर्यटन व पर्यटकों की सुरक्षा के प्रति प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आपदा के बाद रिकॉर्ड समय में सामान्य व्यवस्था बहाल करते हुए प्रदेश सरकार ने सुशासन का बेहतर उदाहरण प्रस्तुत किया है।