जिला चम्बा में स्टेट मेडिसिनल प्लांट बोर्ड (आयुष विभाग) के सौजन्य से अश्वगंधा अभियान पूरे प्रदेशभर में चलाया जा रहा है। इस अभियान का शुभारम्भ जिला आयुष अधिकारी डा. सुरिन्द्र कुमार सुमन द्वारा जिला औषधीय पादप बोर्ड के नोडल अधिकारी डा. अनुज कौशल एवं अन्य आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों की उपस्तिथि में किया गया। आयुर्वेद चिकित्सा ग्रंथों में इस औषधीय पौधे को अश्वगंधा के नाम से जाना जाता है। अंग्रेजी में इसे विंटर चेरी के नाम से जाना जाता है और इसका प्रचलित नाम भारतीय जिन्सेंग है। इस पौधे की जड़, पत्ती और बीज का चिकित्सा में प्रयोग किया जाता है। जिला आयुष अधिकारी डा. सुरिन्द्र कुमार सुमन ने बताया कि राष्ट्रीय अश्वगंधा अभियान 2024 के अंतर्गत अश्वगंधा के पौधे को एक स्वस्थ प्रवर्तक के रूप में प्रसारित और प्रचारित किया जा रहा है।
इस अभियान के अंतर्गत विभिन आयुर्वेद स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारियों द्वारा सम्बन्धित पंचायत के लोगों और स्कूल के बच्चों को पौधे वितरित किये जाएँगे। जिला औषधीय पादप बोर्ड के नोडल अधिकारी डा. अनुज कौशल ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत जिला चम्बा में 4000 से अधिक अश्वगंधा के पौधों का वितरण किया गया है। उन्होंने बताया कि अश्वगंधा का पौधा मुख्य रूप से एक रसायन, इम्मुनिटी बूस्टर के तौर पर प्रयोग किया जाता है। पौधे में एंटी ट्यूमर, तनाव रोधी, क्षमता वर्धन एवं ज्वर नाशक गुण होते हैं। जिला आयुष अधिकारी ने आम जनता से इस अभियान में बढ़ चढ़कर भाग लेने की अपील की है।