चंबा 25 फरवरी 2025 : आठवीं आर्थिक गणना का कार्य अप्रैल-2025 से शुरु किया जायेगा। जिसमें सभी प्रकार के गैर कृषि उद्यम (मौसमी व बारहमासी) जो किसी भी प्रकार का उत्पादन करते हैं अथवा सेवायें प्रदान करते हैं की गणना की जायेगी। यह जानकारी उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने इस संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।उन्होंने बताया कि यह एक आर्थिक सर्वेक्षण है तथा इसे सामाजिक न्याय एवं महिला सशक्तिकरण विभाग की आंगनबाडी कार्यकर्ताओं व स्वास्थ्य विभाग की आशा कार्यकर्ताओं द्वारा किया जाएगा, जोकि समार्ट फोन या टैबलेट के द्वारा इस कार्य को घर-घर जा कर अंजाम देंगी। आर्थिक गणना से संबंधित पर्यवेक्षण का कार्य राजस्व विभाग के पटवारियों व ग्रामीण विकास विभाग के पंचायत सचिवों तथा सहायकों द्वारा किया जाएगा जबकि जिला स्तर पर उपायुक्त जिला प्रभारी तथा जिला सांख्यिकी अधिकारी नोडल ऑफिसर होंगे।
उन्होंने बताया कि इस आर्थिक गणना के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 150 से 180 परिवारों का 1 गणना ब्लाक व शहरी क्षेत्रों में 120 से 150 परिवारों का 1 गणना ब्लाक बनाया जायेगा। 1 प्रगणक को कम से कम 3 गणना ब्लाक दिये जायेगें तथा 1 पर्यवेक्षक को 9 से 12 गणना ब्लाक आबंटित किये जायेगें। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रगणक को 4000 रूपए प्रति गणना ब्लाक व शहरी क्षेत्रों में 5000 रूपए प्रति गणना ब्लाक के अनुसार मानदेय दिया जायेगा। इसी प्रकार पर्यवेक्षक को 1100 रु प्रत्ति गणना ब्लाक दिये जायेगें। प्रगणकों व पर्यवेक्षकों को 500 रु प्रति गणना ब्लाक फोन भत्ता भी मिलेगा।
उपायुक्त ने आर्थिक गणना से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों तथा आमजन से अपील की है कि वे इस आर्थिक गणना में शत प्रतिशत सहयोग दें। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बिपन ठाकुर, जिला रोजगार अधिकारी अरविंद चौहान, जिला सांख्यिकी सहायक पदमा देवी, श्रम अधिकारी अनुराग शर्मा, महिला एवं बाल विकास विभाग से संख्यिकी सहायक लेखराज, एन आई सी से कुनाल पुरी सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।