उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला ज़िला चंबा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और वैभव का परिचायक है । इसका संरक्षण व संवर्धन करना सभी का नैतिक दायित्व है। वे आज अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेले के आयोजन की रूपरेखा को लेकर विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ आयोजित प्रथम बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि मिंजर मेला आयोजन समिति मेले को विविध आयाम प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए सकारात्मक व दृढ़ प्रयास किए जा रहे हैं। साथ में मेले के अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुरूप प्रबंध-व्यवस्था सुनिश्चित बनाने के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
मिंजर मेला आयोजन से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा के दौरान उपायुक्त ने बताया कि परंपरा के अनुसार इस बार अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला 28 जुलाई से 4 अगस्त तक हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा । मेले के शुभारंभ अवसर पर महामहिम राज्यपाल और समापन समारोह में मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश को आमंत्रित किया जाएगा । उन्होंने मेले के सफल आयोजन को लेकर विभिन्न उप समितियां के सरकारी सदस्यों को आवश्यक कार्रवाई शुरू करने को भी निर्देशित किया।
मिंजर मेला आयोजन से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा के दौरान उपायुक्त ने बताया कि परंपरा के अनुसार इस बार अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला 28 जुलाई से 4 अगस्त तक हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा । मेले के शुभारंभ अवसर पर महामहिम राज्यपाल और समापन समारोह में मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश को आमंत्रित किया जाएगा । उन्होंने मेले के सफल आयोजन को लेकर विभिन्न उप समितियां के सरकारी सदस्यों को आवश्यक कार्रवाई शुरू करने को भी निर्देशित किया।
इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों, निमंत्रण कार्ड बनाने, थीम विषय का चयन, खेल कूद प्रतियोगिताओं का आयोजन, मेले के दौरान साफ सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित बनाने इत्यादि से संबंधित विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई । बैठक में सभी विभागों के अधिकारियों में विचारों का आदान-प्रदान हुआ तथा प्रबंधों के बारे में विस्तृत चर्चा की गई। सभी ने आयोजन को लेकर अपना दृष्टिकोण साझा किया।इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवानी मैहला, अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी राहुल चौहान, आदेशक गृह रक्षा विनोद धीमान, सहायक आयुक्त पीपी सिंह, एसडीएम चंबा अरुण शर्मा सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे ।