हिमाचल प्रदेश के 6,297 प्री प्राइमरी स्कूलों में आया भर्ती होंगी। इनको नर्सरी और केजी के स्कूली बच्चों की देखभाल का जिम्मा सौंपा जाएगा। शिक्षा विभाग आया को दिए जाने वाले मानदेय और नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर प्रस्ताव बना रहा है। इस भर्ती में स्थानीय जरूरत मंद महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि जल्द ही भर्ती को लेकर फैसला ले लिया जाएगा। अप्रैल 2025 से शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र से पहले भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की योजना है। प्रदेश के प्री प्राइमरी स्कूलों में 60 हजार से अधिक बच्चे पंजीकृत हैं।
इन बच्चों को बेसिक शिक्षा देने के लिए प्रशिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया भी जल्द शुरू होने वाली है। इलेक्ट्रॉनिक्स कारपोरेशन के माध्यम से आउटसोर्स आधार पर प्रशिक्षक नियुक्त किए जाने की योजना हैं। साथ ही शिक्षा विभाग ने अब बच्चों की देखभाल के लिए आया भर्ती करने का फैसला भी लिया है। भारत सरकार की ओर से आया की भर्ती को लेकर एक पत्र राज्य सरकार को भेजा गया है। माना जा रहा है कि आया को दो से तीन हजार रुपये का मानदेय दिया जाएगा। स्थानीय स्तर पर जो महिलाएंं जरूरतमंद होंगी, उन्हें भर्ती किया जाएगा। वंही विधवा, एकल महिलाओं के लिए अलग से भर्ती कोटा तय किया जा सकता है।